शादी के बाद हनीमून पर जाने का प्रचलन काफी है लेकिन नवविवाहित जोड़ा हनीमून पर क्यों जाता है इसका भी एक लॉजिक है। यह शब्द कहां और कैसे आया इसके लिए आपको 4,000 साल पीछे जाना पड़ेगा।
यह होता है हनीमून का मतलब
शादी के बाद पति-पत्नी का हनीमून पर जाना अब एक आम बात हो गई है। पहले हनीमून को इतनी तवज्जो नहीं दी जाती थी। लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ लोगों की सोच बदलती गई।
खैर हनीमून पर जाना कोई नया नहीं है लेकिन क्यों जाया जाता है, इसके बारे में जानना जरूरी है। वर्ल्डवाइड वर्ड्स वेबसाइट के अनुसार हनीमून शब्द का पहली बार इस्तेमाल 16वीं सदी में रिचर्ड ह्यूलोट ने किया था। जैसा कि इसका आधुनिक अर्थ है विवाह के बाद कुछ समय का अवकाश जो नव-दम्पति बिताते हैं। इसमें हनी का अर्थ मधुरता से और मून का बदलते समय, एक पखवाड़े और प्रेम के प्रतीक से भी है।
4,000 साल पुराना है इतिहास
कुछ लोगों का कहना है कि इसका मूल 4000 साल पुराने बेबीलोन में है, जहां नव-विवाहित जोड़ा शादी के तुरंत बाद एक खास तरह का शर्बत पीता था, जिसमें शहद होता था। बहरहाल ऐसा लगता है कि 18वीं सदी तक यह शब्द बहुत ज्यादा प्रचलन में नहीं था। एक रोचक बात यह भी है कि यूरोपीय समाज ने इसे भारत से सीखा।
अठारहवीं-उन्नीसवीं सदी में अंग्रेजों ने भारत में देखा कि विवाह के बाद लड़का और लड़की अपने रिश्तेदारों के घर जाकर मिलते हैं। इससे दोनों का परिचय अपने नए संबंधियों से होता है। हालांकि उस परम्परा में पर्यटन जैसा कोई लॉजिक नहीं था। लेकिन यूरोपीय देशों ने हनीमून को नया रूप दिया और जोड़े अपने पार्टनर के साथ घूमने-फिरने और मौज-मस्ती करने निकल पड़े।
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