आपने हमेशा देखा होगा की लडकिया बहुत ही शर्माती हे और बहुत कम बोलती है लेकिन माना जाता है की लडकिया ज्यादा ही बोलती है ओर माना जाता है की ये सब लड़कियों को वरदान मिला हुआ है
आपने कई बार लोगों के मुंह से यह सुना होगा कि लड़कियां ज्यादा गॉसिप करती हैं या लड़कों के मुकाबले लड़कियां ज्यादा बाते करती हैं अध्ययन में यह बात साबित भी कर दी गई है
रिपोर्ट के अनुसार महिलाएं किसी भी विवाद और मुद्दे या किसी सोशल सिचूएशन को पुरुषों के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलाती हैं यही नहीं रिपोर्ट कहती है कि पुरुषों
की तुलना में महिलाएं 19 गुना ज्यादा बात करती हैं जो की कुछ ज्यादा ही हे यह अध्ययन यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के शोधकर्ताओं ने किया है शोधकर्ताओं के मुताबिक , महिलाओं के मस्तिष्क में 'फॉक्सपी' नाम का लैंग्वेज प्रोटीन 30-40 फीसदी ज्यादा होता है.
यही वजह है कि अपने बचपन में लड़कियां जहां 20 महीने में ही बोलना शुरू कर देती हैं, वहीं लड़के बोलने में वक्त लगाते हैं शोधकर्ताओं का यह भी दावा है कि 20 महीने की बच्ची का शब्द ज्ञान ज्यादा ही होता हे इस उम्र के लड़कों के मुकाबले यह तीन गुना ज्यादा होता है जो की चोकाने वाली बात है
इसलिए कभी भी कोई लड़की ज्यादा बात करती हे तो समझ जाये की ये उनको वरदान है
आपने कई बार लोगों के मुंह से यह सुना होगा कि लड़कियां ज्यादा गॉसिप करती हैं या लड़कों के मुकाबले लड़कियां ज्यादा बाते करती हैं अध्ययन में यह बात साबित भी कर दी गई है
रिपोर्ट के अनुसार महिलाएं किसी भी विवाद और मुद्दे या किसी सोशल सिचूएशन को पुरुषों के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलाती हैं यही नहीं रिपोर्ट कहती है कि पुरुषों
की तुलना में महिलाएं 19 गुना ज्यादा बात करती हैं जो की कुछ ज्यादा ही हे यह अध्ययन यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के शोधकर्ताओं ने किया है शोधकर्ताओं के मुताबिक , महिलाओं के मस्तिष्क में 'फॉक्सपी' नाम का लैंग्वेज प्रोटीन 30-40 फीसदी ज्यादा होता है.
यही वजह है कि अपने बचपन में लड़कियां जहां 20 महीने में ही बोलना शुरू कर देती हैं, वहीं लड़के बोलने में वक्त लगाते हैं शोधकर्ताओं का यह भी दावा है कि 20 महीने की बच्ची का शब्द ज्ञान ज्यादा ही होता हे इस उम्र के लड़कों के मुकाबले यह तीन गुना ज्यादा होता है जो की चोकाने वाली बात है
इसलिए कभी भी कोई लड़की ज्यादा बात करती हे तो समझ जाये की ये उनको वरदान है
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